यहाँ मुस्कान को पलने दें...

नन्हे मन यह नही जानते चोट क्या होती है,
दर्द क्या होता है,तो बतायेंगे क्या
और मरहम भी कैसा होगा||


अगर बच्चे आलोचना के साथ पलें,
तो नकारना सीख जायेंगे
अगर आक्रमकता के साथ पलें तो लड़ना सीख जायेंगे
अगर उपहास उनके बचपन का साथी बना तो शर्मिंदा रहेंगे
अगर अपमान उनको मिलता रहा
तो अपराधबोध पालना सीख जायेंगे
उन्हें सब्र दिया,तो सहनशीलता के अंकुर वृक्ष बन जायेंगे
अगर उनका उत्साह बदाया,तो आत्मविश्वास के सोते बनेगें
तारीफ मिली,तो सदा सकारात्मकता सीखेंगे
ईमान सीखाया,तो न्याय को पहचानेगें
उन्हें सुरक्षा दी,तो विशवास करना सीखेंगे
उन्हें सहमती मिली,तो खुद को और दुनिया को
प्यार से स्वीकारना सीखेंगे

No comments: